घटना का विवरण
मुकेश चंद्राकर 1 जनवरी 2025 की रात से अपने घर से लापता थे। उनके लापता होने के बाद उनके परिवार ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई। मुकेश के भाई युकेश चंद्राकर ने पुलिस को उनकी गुमशुदगी की जानकारी दी थी। पुलिस ने जब मामले की जांच शुरू की, तो मोबाइल लोकेशन के आधार पर मुकेश की तलाश की गई। उनकी आखिरी लोकेशन के पास एक बाड़े में बने सेप्टिक टैंक की तलाशी के दौरान उनका शव बरामद हुआ।
पुलिस ने शव को निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और हत्या के इस मामले में संदिग्ध लोगों से पूछताछ की जा रही है। अब तक आधा दर्जन से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया है और उनसे सघन पूछताछ जारी है।
पत्रकारिता और मुकेश चंद्राकर की भूमिका
मुकेश चंद्राकर स्वतंत्र पत्रकार के तौर पर NDTV के लिए काम करते थे। वे विशेष रूप से भ्रष्टाचार और समाज के ज्वलंत मुद्दों को उजागर करने वाली रिपोर्टिंग करते थे। उनकी रिपोर्टिंग ने कई बार प्रशासन और स्थानीय अधिकारियों के कामकाज पर सवाल खड़े किए थे।
सरकार और प्रशासन की प्रतिक्रिया
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा,
“बीजापुर के युवा और समर्पित पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या का समाचार अत्यंत दु:खद और हृदयविदारक है। यह घटना न केवल पत्रकारिता जगत बल्कि समाज के लिए भी अपूरणीय क्षति है। हमने पुलिस को निर्देश दिए हैं कि अपराधियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी सजा दी जाए।”
सीएम ने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हुए शोक संतप्त परिवार को इस कठिन समय में सहनशक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की।
https://x.com/vishnudsai/status/1875190248252248457?t=Uzm0p94BS5U57Qsq4a8DrQ&s=19
परिवार का दुख और न्याय की मांग
मुकेश चंद्राकर के परिवार में इस घटना से गहरा आघात पहुंचा है। उनके भाई युकेश चंद्राकर ने न्याय की मांग करते हुए कहा कि उनके भाई की हत्या में शामिल दोषियों को कठोर सजा मिलनी चाहिए। परिवार और स्थानीय पत्रकार संघ ने भी इस हत्या की निंदा करते हुए स्वतंत्र पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है।
संदेह और जांच की दिशा
पुलिस इस हत्या को मुकेश चंद्राकर की पत्रकारिता से जोड़कर देख रही है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि उनकी रिपोर्टिंग से कई प्रभावशाली लोग नाराज थे।
यह घटना स्वतंत्र पत्रकारिता पर हमला मानी जा रही है और इसे लेकर स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर पर आक्रोश है। लोगों ने प्रशासन से निष्पक्ष जांच और जल्द न्याय की अपील की है।
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