चिरमिरी। चुनाव के मात्र दो दिन पहले कांग्रेस के पुर्व ब्लॉक अध्यक्ष एवं निर्दलीय प्रत्याशी बलदेव दास ने कांग्रेस पर बड़ा प्रहार करते हुए जनता के सामने पुर्व विधायक एवं कांग्रेस के महापौर प्रत्याशी डॉ विनय जयसवाल एवं नगर पालिक निगम चिरमिरी शहर की पुर्व महापौर उनकी धर्मपत्नी कंचन जयसवाल की पोल खोल दी, बलदेव दास ने जनता के समक्ष इन दोनों पुर्व विधायक एवं पुर्व महापौर की करतूतों की पूरी सत्यता चुनावी प्रचार करते हुए पत्रिका के रूप में दर्शाया जिसमें प्रथम पृष्ठ में लिखा था “मोर चिरमिरी मोर जिम्मेदारी”, अपने प्रचार प्रसार में बलदेव ने चिरमिरी शहर के लोगों को याद दिलाया कि चिरमिरी शहर को दोनों पति पत्नी ने किस तरह छला और लूटा। जनता के हाथों में कांग्रेस के पुर्व विधायक एवं पूर्व महापौर की करतूतों का पूरा गिला चिट्ठा जनता को सौंपा गया। जिसमें सर्व प्रथम बलदेव दास द्वारा आरोप लगाया गया कि वर्ष 2019 के नगरीय निकाय चुनाव में उनकी धर्मपत्नी कंचन जयसवाल का चुनाव ही नहीं हुआ, पुर्व विधायक डॉ विनय जयसवाल द्वारा अपने प्रभाव का दुरूपयोग कर गलत तरीके से सांठ गांठ कर महापौर की कुर्सी अपनी पत्नी को सौंप दी गई। इसी तरह कंचन जयसवाल चिरमिरी नगर पालिक निगम की महापौर रहते हुए वॉल पेंटिंग के नाम पर भी बड़ा घोटाला किया, कंचन जयसवाल के खास समर्थक ने 2020 की पेंटिंग को वर्ष 2021-22 का बता कर बिल का आहरण कर लिया, इस पूरे काले कमाई को भांडा फोड़ते हुए कांग्रेस जिला उपाध्यक्ष एवं पुर्व महापौर के. डमरू रेड्डी ने बकायदा मीडिया के सामने उजागर किया। बलदेव दास ने कांग्रेस महापौर प्रत्याशी एवं पुर्व महापौर पर आरोप लगाया कि कोरोना जैसी त्रासदी से जब पूरी दुनिया गुज़र रही थी और लोग भूख बेरोज़गारी से जूंझ रहे थे, उस दौरान भी जयसवाल दंपत्ति ने अवैद्य कमाई का कोई अवसर नहीं छोड़ा, उन्होंने निगम के पार्षदों के माध्यम से लोगों के घर घर जा कर सेनेटाइजर बंटवाए, वो भी नकली निकले और जिस फर्म के नाम पर भुगतान हुआ वो भी नकली निकला। कांग्रेस के पुर्व ब्लाक अध्यक्ष एवं वर्तमान में निर्दलीय प्रत्याशी बलदेव दास ने इस पत्रिका में उस दौरान इन मसलों पर प्रकाशित खबरों की तस्वीरें भी साझा की हैं, जिसमें बलदेव दास ने आरोपों की कड़ी आगे बढ़ाते हुए “चिरमिरी शहर में जयसवाल दंपत्ति के कार्यकाल में सट्टा जुआ कबाड़ चरम सीमा पर पहुंच चुका और अवैद्य कारोबारों का मुख्य केंद्र बन गया, अवैद्य कमाई का आलम इस तरह बढ़ गया कि कबाड़ी खुलेआम एस ई सी एल के केबलों एवं लोहे की दिन दहाड़े लूट करने लगे और स्थिति गंभीर होते देख क्षेत्र के विधायक खुद ज्ञापन ले कर चिरमिरी थाने पहुंच आंदोलन की धमकी देने लगे। नगरीय निकायों में सड़क और नाली भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी के मुख्य स्त्रोत होते है, डॉ जायसवाल दंपत्ति के पूरे कार्यकाल में उनका पूरा परिवार कमीशन ही नहीं निर्माण कार्यों के पार्टनर भी रहते थे, सारे ठेकों में 2 व्यक्तियों का कब्जा
रहा, भाई ने बिना सड़क बनायें पैसों का आहरण किया, पिता ने, एस.ई.सी.एल. की जमीन पर गलत तरीके से शराब दुकान का निर्माण, गोदरीपारा शिव मंदिर, हनुमान मंदिर एवं शनि मंदिर के पास वहाँ ठेका प्राप्त करने का प्रयास किया, जो कि वहाँ आंदोलन की वजह से संचालित नहीं हो पाया, शराब से अवैध कमाई की लालच इतनी अधिक थी कि अपनी पत्नी को अपने प्रभाव क्षेत्र मनेन्द्रगढ़ में बार चलाने का पार्टनर बना दिया, नगर निगम चिरमिरी ने सलाना 4 करोड़ रु. शुद्ध पेयजल और पाइपलाइन विस्तार के लिए खर्च किए। इस तरह से 5 वर्षों में 20 करोड़ कहाँ गया, जो पाइप लाइन विस्तार के लिए निकाला गया? आज भी चिरमिरी निगम क्षेत्र की जनता तुर्रा का पानी पीने के लिए मजबूर क्यों है। जायसवाल दपत्ति के कार्यकाल में चिरमिरी अवैद्य
कोयला उत्खनन में तबदील हुआ। आलम यहाँ तक रहा कि खुलेआम कोयले का उत्खनन बाकयादा मनेन्द्रगढ़ के व्यापारियों ने जे.सी.बी. लगाकर किया। अतः इस प्रपत्र को पढ़ कर सुन कर ही अपना निर्णय लेकर मतदान करें, जिससे कि चिरमिरी का कुछ भला हो सके।”
जनता के सामने लाए गए चुनाव के मात्र दो दिनों पुर्व इस पूरे पत्रिका में बलदेव दास ने कांग्रेस की धज्जियां उड़ाते हुए जनता के बीच प्रचार करते नज़र आए, जहां इस पत्रिका को पढ़ने के बाद चिरमिरी शहर की जनता के बीच चल रही चर्चाओं में यह भी सुनने को मिल रहा है कि बलदेव दास ने कांग्रेस पार्टी एवं इस दंपत्ति की ना सिर्फ पोल खोल दी मगर लोगों के ज़हन में यह बात भी उतार दी कि इस बार दोनों दंपत्तियों पर भरोसा करना चिरमिरी शहर के विकास पर अंतिम कील ठोक देने जैसी होगी, जहां जनता की प्रतिक्रिया कांग्रेस पार्टी एवं प्रत्याशी के लिए एक बड़े खतरे की घंटी है, जिसका कितना नुक्सान कांग्रेस पार्टी को इस चुनाव में पड़ सकता है, यह आने वाला वक्त ही बताएगा।
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