चिरमिरी। नगरीय निकाय चुनाव 2025 को अब मात्र हफ्ते भर का समय बचा है, जहां नगर पालिक निगम चिरमिरी शहर में चुनावी मौसम हर नई सुबह नए नए रंग बदलते नज़र आ रहा है, जहां एक तरफ़ समस्त प्रत्याशियों ने इस चुनाव में अपनी जीत दर्ज करने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा दिया है वहीं दूसरी तरफ़ राष्ट्रीय पार्टियों ने भी एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला बढ़ा दिया है। बीते दिन कांग्रेस के प्रचार प्रसार करने आए हुए कांग्रेस के नेता विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत ने कांग्रेस से महापौर प्रत्याशी डॉ विनय जयसवाल की जीत पर दावा करते हुए कहा कि भाजपा ने अपने पद और सरकार का लाभ उठाने के लिए हमें समय नहीं दिया है मगर फिर भी हम पूरी मेहनत करने में लगे हैं और चिरमिरी शहर से विनय जयसवाल निश्चित तौर पर जीत रहे हैं और भाजपा द्वारा कांग्रेस पर पुलिस प्रशासन और अपनी पूरी ताकत लगाकर हमें परेशान करने के बावजूद हम जीत रहे हैं।
वरिष्ठ नेताओं के मान मनौव्वल ठुकराने की बात कहते हुए निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में ही चुनाव लड़ने को तैयार हैं बलदेव:
जहां भाजपा और कांग्रेस एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप की जंग लड़ रहे हैं वहीं नगर पालिक निगम चिरमिरी शहर के महापौर चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतर चुके कांग्रेस के पुर्व ब्लॉक अध्यक्ष बलदेव दास ने अब कांग्रेस के प्रेस कॉन्फ्रेंस के ठीक बाद ही पत्रकारों के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर अपनी मन की बात को रखा। बलदेव दास ने अपने जन्मदिन के अवसर पर चिरमिरी शहर के हल्दीबाड़ी में मौजूद होटल अलविना में प्रेस कॉन्फ्रेंस में बयान दिया कि जिस तरह बीते दिनों कांग्रेस के वरिष्ठ नेता द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकारों के माध्यम से यह सुनने को मिला कि कांग्रेस जिलाध्यक्ष को आदेशित किया गया और कहा गया कि वे पार्टी से नाराज़ चल रहे बलदेव दास जो कि चिरमिरी शहर के महापौर पद के लिए निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में इस नगरीय निकाय चुनाव में लड़ रहे हैं, उनसे बातचीत कर आपसी संबंधों को बेहतर किया जाए जिससे कि वे दोबारा कांग्रेस पार्टी के क्षत्र छाया में आ कर कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी डॉ विनय जयसवाल का साथ दें एवं कांग्रेस के जीत के लिए पुनः प्रयासरत हो जाएं। जिस पर बलदेव दास ने पत्रकारों को कहा कि बलदेव दास जिन्होंने अपना पूरा मन बना लिया है निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव में लड़ने का और अब उनके द्वारा किसी भी तरह से इस चुनाव में वापस कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी डॉ विनय जयसवाल का हाथ नहीं थामा जाएगा, उनके कथन से यह भी स्पष्ट है कि यदि ऐसी परिस्थिति आई कि कांग्रेस के समूचे नेताओं द्वारा उनके घर वापसी करवाए जाने वाले हर प्रकार के मान मनौव्वल भरे पैंतरे अपनाए गए तो उसे ठुकराते हुए बलदेव दास यह चुनाव निश्चित तौर पर लड़ेंगें।
बलदेव दास ने बताया कांग्रेस पार्टी में मजबूत कैंडिडेट का असली मतलब:
उन्होंने कहा मैंने जबसे अपना राजनैतिक सफर शुरू किया है मैं तब से पूरी ईमानदारी से पार्टी का साथ निभाता चला गया हूं शायद इसीलिए कांग्रेस के बड़े बड़े दिग्गज पूंजिपति नेताओं को लगता है कि मैं डॉ विनय जयसवाल या किसी भी बड़े नेता के मुकाबले कमज़ोर कैंडिडेट हूं, क्योंकि मेरे पास जनसमर्थन तो बेशक है मगर आर्थिक रूप से मैं सक्षम नहीं हूं, इसीलिए इतने वर्षों तक घनघोर तपस्या की भांति पार्टी का साथ कर्मठता से निभाता गया अंत में मुझे सिर्फ इस्तेमाल किया गया और नज़रंदाज़ कर दिया गया, मैं शुरू से ही चिरमिरी शहर की कमियों और सारे राजनैतिक दलों के खामियों को देखते आ रहा हूं, चिरमिरी शहर और शहरवासियों की ज़रूरतों को समझते आ रहा हूं, मैंने कांग्रेस में रहने के बावजूद हर बार सैकड़ों प्रयास किए कि मेरी बातों को सुझावों को महत्वत्ता दी जाए जिससे कि चिरमिरी शहर और नगरवासी विकास से अछूते ना रहें, मगर सबने चिरमिरी को खोखला करते हुए अपनी जेबें भरीं और नगरवासियों को दरकिनार कर दिया गया जिस वजह से मैं आज निराश और हताश हो कर अपने चिरमिरी शहर और शहरवासियों के लिए यह चुनाव लड़ रहा हूं। मेरा विरोध चिरमिरी शहर के साथ किए गए अन्याय के विरुद्ध है, यदि कांग्रेस के उच्च पदाधिकारियों को ऐसा लगता है कि मुझे मनाया जाएगा लुभाया जाएगा और मैं वापस पार्टी की तरफ अपना रूख बदलूंगा तो मैं उन्हें यह स्पष्ट तौर पर बता दूं कि मैं किसी भी हाल में अपने कदम इस चुनाव में किसी के समर्थन में वापस नहीं लेने वाला हूं, मेरा समर्थन मेरी मेहनत केवल और केवल चिरमिरी शहर के विकास के लिए ही होगी।
कांग्रेस प्रत्याशी डॉ विनय जयसवाल पर बलदेव का सीधा प्रहार, आखिर क्यों कहा “बहरूपिया हैं डॉ विनय जयसवाल”?
बलदेव दास ने कांग्रेस प्रत्याशी डॉ विनय जयसवाल पर सीधा प्रहार करते हुए आरोप लगाया कि डॉ विनय जयसवाल द्वारा दोनों राजनैतिक दलों के बीच आपसी तालमेल बना कर निर्विरोध अप्रत्यक्ष रूप से उनकी धर्मपत्नी को बिना चुनाव के ही महापौर की कुर्सी में बैठा दिया गया, इन मसलों पर सवालिया निशाना साधते हुए उन्होंने डॉ विनय जयसवाल पर आरोप लगाया कि उनके एवं उनकी धर्मपत्नी के कार्यकाल में चाहे सैनेटाइजर का मामला हो या फिर चिरमिरी शहर के हल्दीबाड़ी के पहाड़ में मौजूद सिद्ध बाबा मंदिर तक पहुंच मार्ग हो या मुक्तिधाम की बात हो और ऐसे कई अन्य कार्य हैं जिसमें उनके एवं उनके धर्मपत्नी के कार्यकाल में भरपूर भ्रष्टाचार किए गए और यदि चिरमिरी शहर का कोई अन्य व्यक्ति महापौर बना तो फिर इन सभी अनियमितताओं भरे भ्रष्टाचार के मामलों में निश्चित ही जांच करवाई जाएंगी, जिसका आभास इन्हें एवं इनकी धर्मपत्नी को अपने कार्यकाल के अंतिम चरण में ही हो गया था, सारे भ्रष्टाचार जिसे छुपाने एवं मामलों को दबाने के उद्देश्य से पुर्व विधायक डॉ विनय जयसवाल अब महापौर का चुनाव लड़ रहे हैं, आखिर उन्हें क्या ज़रूरत पड़ी ऐसा करने की?
चुनाव के दौरान चुनावी स्टंट में माहिर हैं डॉ विनय, जब आप अपना सरीर नहीं संभाल पा रहे हो तो चिरमिरी को क्या संभालोगे: बलदेव
बलदेव दास ने बयान दिया है कि चुनाव के दौरान जनता की सहानुभूति पाने के लिए चुनावी स्टंट करने में माहिर हैं डॉ विनय जयसवाल, उनके द्वारा इस चुनावी प्रचार प्रसार में ढोंग किया जा रहा है और बीते विधानसभा चुनाव में भी उनके पैर में प्लास्टर लगा हुआ देखा गया था जो कि एक झूठ था, किसी भी रूप से कोई हड्डी नहीं टूटी थी, चुनाव में जनता की सहानुभूति पाने की मंशा से उनके द्वारा ये मात्र एक चुनावी स्टंट किया गया था और आगे उन्होंने बयान दिया कि ठीक उसी तरह वर्तमान में नगरीय निकाय चुनाव में कांग्रेस के महापौर प्रत्याशी डॉ विनय जयसवाल द्वारा डोमनहिल में आयोजित डिबेट में ऐसा माहौल तैयार कर दिया और खुद ही ज़मीन पर लेट गए मगर जनता की सहानुभूति की लालसा में कहने लगे कि उन्हें धक्का दिया गया और गिराया गया तो इस पर गंभीरता से यह सोचने की ज़रूरत है कि जब वो खुद का शरीर को संभाल नहीं पा रहे हैं तो चिरमिरी को क्या संभालेंगे? चिरमिरी की पब्लिक जान चुकी है कि वो किस स्वभाव के व्यक्ति हैं। अपनी बात खत्म करते हुए बलदेव दास ने कहा यह मेरा राजनीतिक करियर का अंतिम पड़ाव है, अंतिम इसीलिए क्यों मेरी उम्र आज 57 साल की है और मैंने सोचा था कि अपने शहर और शहरवासियों के लिए जीवन में कुछ बेहतर करने का मेरे पास इससे अच्छा समय नहीं था मगर मुझे इस काबिल ना समझते हुए यह साबित कर दिया गया कि ईमानदार लोगों के साथ राजनीति में सदैव अन्याय ही होता है, अपने चिरमिरी के लोगों के हक के लिए मैं ये चुनाव लड़ रहा हूं, अब जनता यह तय करेगी कि जनता किसके साथ है।
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