बिलासपुर में जहरीली शराब का कहर: 7 की मौत, 20 से अधिक बीमार, 4 की हालत गंभीर
गांव में मचा हाहाकार, चुनावी दौर में बांटी गई थी जहरीली शराब..?
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के कोनी थाना क्षेत्र के लोफन्दी ग्राम पंचायत में जहरीली शराब ने कहर बरपाया है? मिली जानकारी अनुसार यहां महुआ शराब पीने से 7 लोगों की मौत हो गई, जबकि 20 से अधिक लोग बीमार हैं और 4 की हालत गंभीर बताई जा रही है। मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई जा रही है।
गांव में पसरा मातम, पुलिस ने शव को लिया कब्जे में
घटना के बाद पूरे गांव में मातम का माहौल है। स्थानीय ग्रामीणों ने शुरुआत में इसे साधारण मौत मानकर 6 लोगों का अंतिम संस्कार कर दिया। लेकिन जब पुलिस को इस त्रासदी की सूचना मिली, तो उन्होंने जल्दबाजी में किए जा रहे एक शव के अंतिम संस्कार को रुकवाया और उसे कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
क्या चुनावी दौर में बांटी गई.. जहरीली शराब?
जानकारी के मुताबिक, दो दिन पहले गांव में एक कार्यक्रम के दौरान 12 से अधिक लोगों ने शराब का सेवन किया था। इसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ने लगी और एक-एक कर 7 लोगों की मौत हो गई। आशंका जताई जा रही है कि गांव में चुनाव के दौरान जहरीली शराब बांटी गई, जो इस त्रासदी का कारण बनी।
पुलिस जांच में जुटी, पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार
घटना के बाद पुलिस ने पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने बताया कि, “अभी तक मौत का कारण स्पष्ट नहीं हुआ है। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। रिपोर्ट आने के बाद ही जहरीली शराब से हुई मौतों की पुष्टि हो सकेगी।”
सिम्स में इलाज जारी, कई लोगों की हालत गंभीर
इस हादसे में 4 लोगों की हालत बेहद गंभीर है, जिन्हें बिलासपुर के सिम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसके अलावा 20 से अधिक लोग बीमार हैं, जिनका इलाज चल रहा है। डॉक्टरों की टीम लगातार उनकी हालत पर नजर बनाए हुए है।
ग्रामीणों में आक्रोश, दोषियों पर कार्रवाई की मांग
इस हादसे के बाद ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। वे जहरीली शराब बेचने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। स्थानीय प्रशासन भी इस घटना को गंभीरता से ले रहा है और इस बात की जांच कर रहा है कि आखिर जहरीली शराब गांव में आई कहां से।
मृतकों की सूची
1. दल्लू पटेल
2. बलदेव पटेल
3. शत्रुघ्न देवांगन
4. कोमल देवांगन उर्फ नानू
5. कन्हैया पटेल
6. रामू सुनहले (सरपंच रामाधार सुनहले का भाई)
7. कोमल लहरे
सरकार और प्रशासन पर उठ रहे सवाल
इस घटना ने एक बार फिर से छत्तीसगढ़ में अवैध शराब बिक्री पर सवाल खड़े कर दिए हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासन की लापरवाही के कारण अवैध शराब का धंधा फल-फूल रहा है, जिससे इस तरह की घटनाएं हो रही हैं।
क्या प्रशासन दोषियों तक पहुंच पाएगा? क्या जहरीली शराब का धंधा रोका जा सकेगा? यह सवाल अब जनता के मन में गूंज रहा है।
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